राजस्थानी हस्तकला PDF Download
राजस्थानी हस्तकला ( Handicraft of Rajasthan PDF )
हस्तकला किसे कहते है ?
Ans :- स्थानीय समाग्री एवं हुनर से उपयोगी और कलात्मक समाग्री बनाना ही हस्तकला कहलाती है।
राजस्थानी हस्तकला:-
राजस्थान में प्राचीन काल से ही हस्तकला फलती – फूलती रही है। राजस्थान में विभिन्न प्रकार की जनजातियां पाई जाती है। और इन सब जनजातियों की अपनी – अपनी हस्तकला है। राजस्थान में वर्तमान में हस्तकला युवाओं का रोजगार बन चूका है। वर्तमान समय में राजस्थान के निर्यात का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हस्तशिल्प से प्राप्त होता है। यह राज्य की कलाधर्मी जातियों का रोजगार बन चूका है। वर्तमान में राजस्थानी हस्तकला का महत्वपूर्ण स्थान जोधपुर है !
राजस्थानी हस्तकला से जुड़े अन्य महत्वपूर्ण बिन्दु :-
1. राजस्थान के सांगानेर में नामदेवी छीपों एंव बाड़मेर में खत्री कलाकारों द्वारा परम्परागत रूप से रंगाई और छपाई का काम किया जाता है।
2. जयपुर का लहरिया और पोमचा प्रसिद्व है। राजस्थान में लहरिया को ओढ़नी कहा जाता है।
राजस्थान में बहुत सारी कला है। राजस्थान अपने आप में एक विशाल राज्य है। यही राजस्थानी हस्तकला बार से आये शैलानियों को लुभाता है। राजस्थानी हस्तकला को विदेशी लोग भी अपनाते है। राजस्थानी हस्तकला जैसे :- प्रिंट , रंगाई , छपाई , चित्रण , paniting , मूर्ति बनांने की कला , लकड़ी के खिलोने बंनाने की कला , टेराकोटा कला , मोजड़ी कला , कावड़ कला , और थेवा कल्ला।